श्री कृष्ण की होली मे विशेष रुचि थी और वो वृन्दावन से बरसाना, होली समारोह के लिए आते थे। तभी से चली आ रही प्रथा के अनुसार कृष्ण की भूमि नंदगाँव के पुरुष आज भी बरसाना की महिलाओं के साथ होली खेलने आते हैं।
यह उत्सव बरसाना में राधा रानी मंदिर के विशाल परिसर में होता है, जिसे देश का एकमात्र मंदिर कहा जाता है जो राधा जी को समर्पित है।
लठमार होली उत्सव एक सप्ताह से अधिक समय तक चलता है, जहाँ कई पुरुष प्रतिभागी नृत्य करते हैं, गाते हैं और अपने आप को रंग में डुबोते हैं,